रुड़की में नशे ने छीना मां का आख़िरी सहारा, दूसरी बार उजड़ी गोद, बहनों के हाथों से छूटी राखियाँ - janwani express

रुड़की। देर शाम खंजरपुर निवासी एक 27 वर्षीय युवक की मौत ने एक मां की दुनिया पूरी तरह उजाड़ दी। बेटा स्मैक और इंजेक्शन के नशे का शिकार था और घर में बेसुध मिला। मां ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इससे पहले, डेढ़ साल पहले उसका बड़ा भाई भी नशे की वजह से दम तोड़ चुका है।

इस महिला के पति की मौत पांच साल पहले हो चुकी है। महिला के चार बच्चे थे- दो बेटे ओर दो बेटियां, दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है, लेकिन घर चलाने और जीने की उम्मीद सिर्फ दो बेटों से थी। अब दोनों बेटे नशे के शिकार होकर चले गए। मोर्चरी के बाहर मां और उसकी बेटियाँ फूट-फूट कर रोती रहीं, “अब मैं किसके सहारे जियूं।

रुड़की में नशे की लत युवाओं को तेजी से निगल रही है। स्मैक, चरस और इंजेक्शन जैसे ज़हरीले नशे से हर साल कई घर उजड़ रहे हैं। अब सवाल यह नहीं कि यह कैसे हुआ— सवाल यह है कि समाज, प्रशासन और हम सब अब भी चुप क्यों हैं? जब तक हर घर इस लड़ाई को अपनी लड़ाई नहीं मानेगा, तब तक हर मोर्चरी के बाहर कोई मां अपने बच्चे की लाश को सीने से लगाए रोती मिलेगी।

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