लक्सर। क्षेत्र के डूंगरपुर गांव में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां तालाब से निकले एक मगरमच्छ ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया। हमले में ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है। आनन-फानन में उसे 108 एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भिजवाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, डूंगरपुर निवासी सुरेश का घर गांव के तालाब के पास स्थित है। शनिवार सुबह वह किसी रोजमर्रा के काम से तालाब के किनारे गया था। तभी अचानक पानी से निकले एक मगरमच्छ ने उस पर हमला बोल दिया।
मगरमच्छ ने सुरेश का हाथ अपने जबड़े में दबोच लिया और खींचने की कोशिश की। दर्द से तड़पते हुए सुरेश ने हिम्मत दिखाई और किसी तरह हाथ छुड़ाकर अपनी जान बचाई। लेकिन हमले में उसका हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया। खाल उतर गई और नसें तक कट गईं।
सुरेश की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर दौड़े। लोगों को देखकर मगरमच्छ फिर से तालाब में लौट गया। मौके की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीणों ने तुरंत 108 एम्बुलेंस को बुलाया और सुरेश को जिला अस्पताल भेजा गया।
ईश्वर चंद और जोगिंद्र सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी गांव के इसी तालाब में मगरमच्छ देखे जा चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तालाब में मगरमच्छों की संख्या बढ़ गई है, जिससे गांव के लोग खासकर बच्चे डरे हुए हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तालाब की सफाई कराई जाए और मगरमच्छों को पकड़कर किसी दूरस्थ सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए। लोगों का कहना है कि जब तक ऐसा नहीं होता, गांव में खतरा बना रहेगा।
इस संबंध में रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि जैसे ही मगरमच्छ हमले की सूचना मिली, वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। मगरमच्छ को जल्द ही पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।
इस हादसे के बाद डूंगरपुर गांव में दहशत का माहौल है और लोग तालाब के पास जाने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।