हरिद्वार,– धर्मनगरी के पावन तट पर रविवार को ‘वात्सल्य गंगा आश्रय’ का भव्य लोकार्पण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया। इस मौके पर उन्होंने श्रीकृष्ण कथा में भाग लिया और साधु-संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री धामी ने साध्वी ऋतम्भरा द्वारा संचालित प्रकल्पों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका कार्य समाज में करुणा, पुनर्निर्माण और नवजीवन का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहा कि वत्सल्य ग्राम की यात्रा के दौरान उन्होंने देखा कि कैसे निराश्रित बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेशनल बन रही हैं। उन्होंने दीदी मां को सनातन संस्कृति की ध्वजवाहिका बताते हुए कहा कि उनका जीवन और संघर्ष पूरे देश को प्रेरणा दे रहा है।
कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यों को पूरे देश के लिए अनुकरणीय बताया। रेखा गुप्ता ने कहा कि उत्तराखंड की योजनाएं और नीतियां दिल्ली के लिए मार्गदर्शन बनेंगी। उन्होंने मां यमुना की स्वच्छता को मां गंगा के चरणों में समर्पित करते हुए संकल्प लिया कि दिल्ली में गंगा-जमुनी संस्कृति और जल संरक्षण को नई दिशा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मां यमुना की निर्मलता के लिए उत्तराखंड सरकार से सहयोग लेकर दिल्ली में प्रभावी योजनाएं लागू की जाएंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर कहा कि समान नागरिक संहिता की शुरुआत उत्तराखंड से हुई है और अब यह पूरे देश के लिए आदर्श बन गई है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की पवित्रता, परंपरा और पहचान को बनाए रखने के लिए उनकी सरकार पूरी तरह संकल्पित है। उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, केदारनाथ पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ मास्टर प्लान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन को उत्तराखंड की प्रगति का आधार बताया। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा में अब तक 18 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और भविष्य में तीर्थ यात्रा को और भी सुगम और सुरक्षित बनाने के प्रयास जारी हैं।
कार्यक्रम में साध्वी ऋतम्भरा, युगपुरुष परमानंद गिरी, आचार्य बालकृष्ण, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, मेयर किरण जेसल, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, नगर आयुक्त नंदन सिंह समेत बड़ी संख्या में संत, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की आध्यात्मिक और सामाजिक ऊर्जा ने समूचे आयोजन को ऐतिहासिक और प्रेरणादायी बना दिया।