हरिद्वार/लक्सर। रविवार की सुबह लक्सर वन रेंज के ग्राम मुंडाखेड़ा खुर्द में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ग्रामीणों ने एक मगरमच्छ को गांव के पास पानी के निकट घूमते देखा। भय और चिंता के बीच ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। विभाग की टीम ने बिना देर किए मौके पर पहुंचकर सतर्कता और साहस से अभियान शुरू किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभालने वाले वनकर्मी सुमित सैनी ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम तुरंत सक्रिय हो गई। लोगों को दूर किया गया और मगरमच्छ की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी गई। करीब एक घंटे के रोमांचक ऑपरेशन के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया गया।
टीम में वैभव अग्रवाल, गुरजंट सिंह और भोपाल शामिल रहे, जिन्होंने अनुभव और धैर्य के साथ काम करते हुए किसी भी तरह की जनहानि से बचाव किया। गुरजंट सिंह और भोपाल ने ऑपरेशन में विशेष भूमिका निभाई।
बाद में मगरमच्छ को गंगा नदी के एक सुरक्षित और उपयुक्त हिस्से में छोड़ दिया गया, जिससे उसे प्राकृतिक जीवन में कोई बाधा न हो।
स्थानीय निवासी सरफराज खान ने वन विभाग की तारीफ करते हुए कहा,
“अगर समय पर टीम न आती तो किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था। विभाग ने अद्भुत तत्परता और साहस का परिचय दिया।”
वन विभाग की अपील: अगर किसी क्षेत्र में जंगली जानवर या मगरमच्छ जैसे वन्यजीव दिखाई दें, तो घबराएं नहीं—तुरंत विभाग को सूचना दें ताकि सही समय पर उचित और सुरक्षित कार्रवाई हो सके।