हरिद्वार: जल जीवन मिशन के तहत निर्मित जमालपुर कलां पेयजल योजना का आज मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि योजनान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और किसी भी समस्या का त्वरित समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पाइपलाइन में किसी प्रकार की लीकेज होने पर उसे तुरंत ठीक किया जाए और इस कार्य के लिए एक समर्पित टीम तैनात हो, जिसका संपर्क नंबर सार्वजनिक किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पेयजल योजना के डब्ल्यूटीपी (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट), इंटेकवेल, सीडब्ल्यूआर (क्लियर वॉटर रिजर्वायर), क्लियर वाटर राइजिंग मेन, वितरण प्रणाली, हाउस कनेक्शन और पूरे ले-आउट की विस्तार से समीक्षा की।
सीडीओ ने ग्रामवासियों से लिया फीडबैक
निरीक्षण के दौरान सीडीओ आकांक्षा कोण्डे ने वासियों और ग्राम प्रधान से फीडबैक लिया । उन्होंने बताया कि पेयजल आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या नहीं है और पाइपलाइन से जुड़ी कोई भी दिक्कत तुरंत सुलझा ली जाती है।
अंशदान राशि वसूलने के दिए निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी ने पुरानी और नई पेयजल योजनाओं के रखरखाव की जिम्मेदारी स्पष्ट की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के अंतर्गत अंशदान राशि वसूलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
5000 परिवारों को मिल रहा लाभ
अधिशासी अभियंता जल निगम ने जानकारी दी कि जमालपुर कलां पेयजल योजना के तहत 500 किलोलीटर और 4500 किलोलीटर क्षमता के दो टैंक बनाए गए हैं, जो 5,000 परिवारों को कवर कर रहे हैं।
बैठक में मौजूद अधिकारी और प्रतिनिधि
निरीक्षण और समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता सिविल राजेश कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता ईएनएम चारु अग्रवाल, एई भूपेंद्र सिंह फर्स्वाण, कांट्रेक्टर सौरभ गोयल, ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह, पीवीडीओ इंदु बाला, वार्ड मेंबर शाहनवाज शाह समेत अन्य अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित रहे।