हरिद्वार के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के पठानपुरा मोहल्ले में बकरीद की खुशियां उस वक़्त मातम में तब्दील हो गईं जब ईद की नमाज के चंद घंटों बाद ही एक युवक की दिनदहाड़े गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। जिस समय मोहल्ले में ईद की मिठास घुल रही थी, उसी वक़्त एक परिवार की रसोई से रोटियों की जगह चीखों की गूंज सुनाई देने लगी। मृतक युवक साहिल, जो नमाज़ पढ़कर अपने मोहल्ले की गलियों में घूम रहा था, उसे अचानक एक व्यक्ति ने बीच सड़क पर पकड़ लिया और धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया। पल भर में ईद की रौनक खून में बदल गई और मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई।

बताया जा रहा है कि हत्यारोपी वही व्यक्ति है जिसे शक था कि दो साल पहले उसके मासूम बेटे की गंगनहर में हुई मौत के पीछे साहिल का हाथ था। उस व्यक्ति के दिल में बदले की आग इस कदर सुलग रही थी कि उसने ईद जैसे पवित्र दिन को भी खून से रंग डाला। हत्या के बाद आरोपी खुद सीधे पुलिस चौकी गया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी देकर आत्मसमर्पण कर दिया। वह शायद जानता था कि जो उसने किया है, उसकी कीमत उसे कानून के कटघरे में चुकानी होगी।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटनास्थल को सील कर दिया है । सूचना से जिला पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। खुद एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और मंगलौर सीओ विवेक कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी जुटाई।

इलाके में दहशत का माहौल है। लोग सदमे में हैं कि एक धार्मिक पर्व के दिन, जब एक-दूसरे को गले लगाकर मोहब्बत का पैगाम देना चाहिए था, वहां नफरत का खूनी खेल खेला गया। साहिल के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक मां की गोद सूनी हो गई, एक बहन का भाई चला गया, और एक मोहल्ले की ईद, हमेशा के लिए खामोश हो गई।