हरिद्वार, लक्सर। बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) सुधा त्रिपाठी ने लक्सर में अपने कार्यकाल के दौरान जो मिसाल पेश की है, वह आज चर्चा का विषय बनी हुई है। आंगनवाड़ी केंद्रों की निगरानी हो या पोषण कार्यक्रमों की क्रियान्विति, सुधा त्रिपाठी ने हर काम को खुद फील्ड में जाकर सटीक रूप से अंजाम दिया। उनकी मेहनत और ईमानदारी का ही नतीजा है कि विभागीय योजनाएं अब सिर्फ कागजों में नहीं, जमीनी स्तर पर असर दिखा रही हैं।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सुधा त्रिपाठी ने बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण को लेकर कई ठोस पहलें की हैं, जिससे समाज में जागरूकता और भरोसा दोनों बढ़ा है। पोषण ट्रैकर जैसी योजनाओं का सक्रिय और सटीक संचालन कर उन्होंने विभाग की छवि में भी नया बदलाव लाया है।
आज लक्सर क्षेत्र में सीडीपीओ सुधा त्रिपाठी सिर्फ एक अफसर नहीं बल्कि सेवा भाव का प्रतीक मानी जाती हैं। उनकी कार्यशैली, फील्ड विजिट्स और जनता के साथ संवाद आने वाले अधिकारियों के लिए भी प्रेरणा का उदाहरण है। लक्सर में उनकी पहचान अब एक ईमानदार, सक्रिय और समर्पित महिला अफसर के रूप में हो चुकी है।