नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को आगामी Champions Trophy 2025 के लिए हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने या मेजबानी से बाहर होने का कड़ा संदेश दिया है। शुक्रवार को आईसीसी की कार्यकारी बोर्ड बैठक में यह स्पष्ट कर दिया गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार के बाद हाइब्रिड मॉडल ही एकमात्र समाधान है।
पीसीबी (PCB)पर बढ़ा दबाव
पीसीबी के प्रमुख मोहसिन नकवी के रुख के चलते आईसीसी की बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई। हालांकि, आईसीसी ने चेतावनी दी है कि अगर पीसीबी हाइब्रिड मॉडल को मंजूरी नहीं देता है तो चैंपियंस ट्रॉफी को किसी अन्य देश में स्थानांतरित किया जा सकता है, जिसमें पाकिस्तान शामिल नहीं होगा।
आईसीसी से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, “भारत के बिना कोई प्रसारणकर्ता आईसीसी के टूर्नामेंट में निवेश नहीं करेगा। पीसीबी को यह समझना होगा कि हाइब्रिड मॉडल ही एकमात्र व्यावहारिक विकल्प है।”
क्या है हाइब्रिड मॉडल?
हाइब्रिड मॉडल के तहत टूर्नामेंट के कुछ मैच पाकिस्तान और कुछ मैच तटस्थ स्थान (संभावित रूप से यूएई) पर आयोजित किए जाएंगे। यह मॉडल भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव को ध्यान में रखकर प्रस्तावित किया गया है।
भारत के बिना टूर्नामेंट असंभव
बीसीसीआई पहले ही भारत की टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर चुका है। आईसीसी ने स्पष्ट किया कि भारत के बिना टूर्नामेंट का आयोजन व्यावसायिक रूप से नुकसानदायक होगा।
अंतिम फैसला जल्द
शनिवार को आईसीसी की बैठक में अंतिम फैसला लिए जाने की संभावना है। यदि पीसीबी सहमत नहीं होता है, तो चैंपियंस ट्रॉफी को पूरी तरह से यूएई या अन्य देश में स्थानांतरित किया जा सकता है।
नई अध्यक्षता के तहत उम्मीदें
नवंबर के अंत तक जय शाह आईसीसी के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे। यह बैठक मौजूदा अध्यक्ष ग्रेग बार्कले की अंतिम आधिकारिक बैठक है, और सभी पक्ष समाधान निकालने की कोशिश में लगे हैं।